साथियों ,
अब आपको सूचना के लिए सूचना आयोग जाने की कोई आवश्यकता नहीं रहेगी बल्कि आपको सूचना आपके घर के दरवाजे पर ही मिलेगी । यह एक प्रयास उपसचिव सूचना आयोग एवं मुख्या सूचना आयुक्त रणजीत सिंह पंकज "मूंछ " के द्वारा प्रायोगिक रूप से शुरू किया जा रहा है ,
मैं इस तरह के प्रयोग की प्रशंसा करता हूँ , हो सकता है कि मेरे अन्य साथियों को यह प्रयास बेकार प्रतीत हो.
" झिझक ये कैसी पूछता,आईना आधी रात , आँखे खुद ही बोलती,हर राज की बात "
अब आपको सूचना के लिए सूचना आयोग जाने की कोई आवश्यकता नहीं रहेगी बल्कि आपको सूचना आपके घर के दरवाजे पर ही मिलेगी । यह एक प्रयास उपसचिव सूचना आयोग एवं मुख्या सूचना आयुक्त रणजीत सिंह पंकज "मूंछ " के द्वारा प्रायोगिक रूप से शुरू किया जा रहा है ,
मैं इस तरह के प्रयोग की प्रशंसा करता हूँ , हो सकता है कि मेरे अन्य साथियों को यह प्रयास बेकार प्रतीत हो.
" झिझक ये कैसी पूछता,आईना आधी रात , आँखे खुद ही बोलती,हर राज की बात "